चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने इन आलोचनाओं को खारिज किया कि उनकी टीम की शैली के क्रिकेट के दिन अब लद गए। उन्होंने कहा कि चेन्नई टीम में काफी आक्रामकता है और कोई उन्हें कमतर आंकने की गलती नहीं करें। पांच बार की आईपीएल चैंपियन चेन्नई को शुक्रवार को आरसीबी ने 50 रन से हराया। आरसीबी ने 2008 के बाद पहली बार चेन्नई को उसके गढ़ चेपॉक में मात दी है।प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह पूछने पर कि क्या उनकी शैली के क्रिकेट के दिन अब लद गए, न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘इसके क्या मायने हैं, मेरी शैली का क्रिकेट क्या है। पहला मैच जीतना, यही सही तरीका है। हमारे भीतर काफी आक्रामकता है। मैं यह सवाल समझा नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ इसलिए कि हम पहली ही गेंद से पीटना शुरू नहीं करते। हम आखिर में देखेंगे। हम सकारात्मक क्रिकेट खेलते हैं और कोई हमें कमतर नहीं आंक सकता। यह बेवकूफाना सवाल है।’’एमएस धोनी ने 16 गेंद में नाबाद 30 रन बनाए और आईपीएल के इतिहास में चेन्नई के लिये सर्वाधिक रन बनाने का सुरेश रैना का रिकॉर्ड तोड़ा। फ्लेमिंग ने कहा, ‘‘वह पिछले एक महीने से अभ्यास कर रहा है और ट्रेनर के साथ फिटनेस पर काफी मेहनत की है। वह हालांकि जब बल्लेबाजी के लिये आये तब जीत हासिल करना काफी कठिन हो गया था।’’ फ्लेमिंग ने हालांकि स्वीकार किया कि शुक्रवार के मैच में उनकी टीम की फील्डिंग बहुत खराब थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने दो तीन मौके गंवाए। हमने उन्हें दबाव बनाने का मौका दिया। 175 का स्कोर सही होता लेकिन हमने फील्डिंग में गलतियां की। जोश हेजलवुड ने आरसीबी के लिए शानदार गेंदबाजी की।’’वहीं, 17 साल साल बाद चेपॉक पर आरसीबी के हाथों मिली पराजय के बाद सीएसके के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने भी खराब फील्डिंग पर हार का ठीकरा फोड़ा। गायकवाड़ ने कहा, ‘‘मुझे अभी भी लगता है कि इस मैदान पर 170 का स्कोर सही था। यहां बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। खराब क्षेत्ररक्षण के कारण हमने मैच गंवाया। अगर आप 170 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे होते तो कुछ समय और होता लेकिन 20 रन फालतू देने से पावरप्ले में अलग तरीके से खेलना होता है जो हम नहीं खेल पाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने कैच टपकाये और उनके बल्लेबाज चौके छक्के लगाते रहे। उनकी रनगति आखिरी ओवर तक धीमी नहीं हुई। हमें लगता है कि फील्डिंग पर हमें काफी मेहनत करनी होगी।’’
